10th Chemistry Notes Chapter 2: अम्ल क्षारक एवं लवण
Table of Contents
Class 10th Chemistry Subjective Question Answers
Chapter 2 अम्ल क्षारक एवं लवण
प्रस्तावना पर आधारित
अम्ल क्षारक एवं लवण प्रश्न 1.
आपको तीन परखनलियाँ दी गई हैं। इनमें से एक में आसवित जल एवं शेष दो में से एक में अम्लीय विलयन तथा दूसरे में क्षारकीय विलयन है। यदि आपको केवल लाल लिटमस पत्र दिया जाता है तो आप प्रत्येक परखनली में रखे गए पदार्थों की पहचान कैसे करेंगे?
उत्तर:
सर्वप्रथम हम प्रत्येक परखनली में लाल लिटमस पत्र की एक-एक पट्टी डालेंगे। जिस परखनली में पट्टी का रंग नीला हो जायेगा उसमें क्षारकीय विलयन होगा। शेष दोनों परखनलियों में लाल लिटमस पत्र की पट्टी का रंग लाल ही रहता है अर्थात् इनमें से एक परखनली में आसवित जल तथा एक परखनली में अम्लीय विलयन है। अब हम क्षारकीय विलयन में से थोड़ा-थोड़ा विलयन इन दोनों परखनलियों में डालकर पुनः लाल लिटमस पत्र की पट्टी डालते हैं। जिस परखनली में पट्टी का रंग पुनः नीला हो जाता है उसमें आसवित जल है तथा जिस परखनली में पट्टी का रंग अपरिवर्तित रहता है उसमें अम्लीय विलयन उपस्थित है।
अनुच्छेद 2.1 पर आधारित
रसायन-शास्त्र अम्ल क्षारक एवं लवण प्रश्न 1.
पीतल एवं ताँबे के बर्तनों में दही एवं खट्टे पदार्थ क्यों नहीं रखने चाहिए?
उत्तर:
दही एवं खट्टे पदार्थों की प्रकृति अम्लीय होती है। यदि इन पदार्थों को पीतल एवं ताँबे के बर्तनों में रखते हैं तो ये धातु से अभिक्रिया करके धात्विक लवण बनाते हैं जिसके कारण भोजन दूषित हो जाता है। यदि कोई व्यक्ति इस दूषित भोजन को खाता है तो वह बीमार पड़ सकता है।
प्रश्न 2.
धातु के साथ अम्ल की अभिक्रिया होने पर सामान्यतः कौन-सी गैस निकलती है? एक उदाहरण के द्वारा समझाइए। इस गैस की उपस्थिति की जाँच आप कैसे करेंगे?
उत्तर:
धातु के साथ अम्ल की अभिक्रिया होने पर सामान्यतः हाइड्रोजन गैस निकलती है।
उदाहरणार्थः
Zn (s) + H2SO4 (aq) → ZnSO4 + H2(g)
हाइड्रोजन गैस की उपस्थिति की जाँच हम ज्वाला परीक्षण से करेंगे। हाइड्रोजन गैस के निकट जलती हुई मोमबत्ती तीव्रता से जलने लगती है।
प्रश्न 3.
कोई धातु यौगिक ‘A’ तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल के साथ अभिक्रिया करता है तो बुदबुदाहट उत्पन्न होती है। इससे उत्पन्न गैस जलती मोमबत्ती को बुझा देती है। यदि उत्पन्न यौगिकों में से एक कैल्सियम क्लोराइड है, तो इस अभिक्रिया के लिए संतुलित रासायनिक समीकरण लिखिए।
उत्तर:
CaCO3 + dil.2HCl → CaCl2 + CO2 + H2O
धातु यौगिक ‘A’ कैल्सियम कार्बोनेट है। जब यह तनु HCl से अभिक्रिया करता है तो कैल्सियम क्लोराइड, जल एवं कार्बन डाइऑक्साइड गैस उत्पन्न होती है जो जलती हुई मोमबत्ती को बुझा देती
अनुच्छेद 2.2 पर आधारित
प्रश्न 1.
HCl, HNO3 आदि जलीय विलयन में अम्लीय अभिलक्षण क्यों प्रदर्शित करते हैं, जबकि ऐल्कोहॉल एवं ग्लूकोज जैसे यौगिकों के विलयनों में अम्लीयता के अभिलक्षण नहीं प्रदर्शित होते हैं?
उत्तर:
HCl, HNO3 आदि जलीय विलयन में हाइड्रोजन आयन (H+) उत्पन्न करते हैं जो उनकी अम्लीयता को प्रकट करते हैं परन्तु ग्लूकोज़ एवं ऐल्कोहॉल आदि यौगिक जलीय विलयन में H+ आयन उत्पन्न नहीं करते इसलिए ये अम्लीयता का अभिलक्षण भी प्रदर्शित नहीं करते हैं।
प्रश्न 2.
अम्ल का जलीय विलयन क्यों विद्युत का चालन करता है?
उत्तर:
अम्ल जलीय विलयन में हाइड्रोजन आयन (H+ ) देते हैं तथा विद्युत इन्हीं आयनों के द्वारा चालन करती है।
प्रश्न 3.
शुष्क हाइड्रोक्लोरिक गैस शुष्क लिटमस पत्र के रंग को क्यों नहीं बदलती है?
उत्तर:
शुष्क हाइड्रोक्लोरिक गैस शुष्क लिटमस पत्र के रंग को इसलिए नहीं बदलती; क्योंकि शुष्क HCl गैस में हाइड्रोजन आयन (H+) आयन नहीं होते इसलिए यह अम्लीयता का अभिलक्षण प्रदर्शित नहीं करती है।
प्रश्न 4.
अम्ल को तनुकृत करते समय यह क्यों अनुशंसित करते हैं कि अम्ल को जल में मिलाना चाहिए, न कि जल को अम्ल में?
उत्तर:
अम्ल एवं जल की क्रिया अत्यन्त ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया है; अत: यह अनुशंसित किया जाता है कि अम्ल को जल में मिलाना चाहिए न कि जल को अम्ल में। जल को अम्ल में मिलाने पर अत्यधिक ऊष्मा उत्सर्जित होने के कारण विस्फोट भी हो सकता है।
प्रश्न 5.
अम्ल के विलयन को तनुकृत करते समय हाइड्रोनियम आयन (H3 O+) की सांद्रता कैसे प्रभावित हो जाती है?
उत्तर:
अम्ल के विलयन को तनुकृत करते समय हाइड्रोनियम आयन (H3 O+) की सांद्रता में प्रति इकाई आयतन में कमी हो जाती है।
प्रश्न 6.
जब सोडियम हाइड्रॉक्साइड विलयन में आधिक्य क्षारक मिलाते हैं तो हाइड्रॉक्साइड आयन (OH–) की सांद्रता कैसे प्रभावित होती है?
उत्तर:
जब सोडियम हाइड्रॉक्साइड विलयन में आधिक्य क्षारक मिलाते हैं तो हाइड्रॉक्साइड आयन (OH–) की सांद्रता बढ़ जाती है।
अनुच्छेद 2.3 पर आधारित
प्रश्न 1.
आपके पास दो विलयन ‘A’ एवं ‘B’ हैं। विलयन ‘A’ के pH का मान 6 है एवं विलयन ‘B’ के pH का मान 8 है। किस विलयन में हाइड्रोजन आयन की सांद्रता अधिक है? इनमें से कौन अम्लीय है तथा कौन क्षारकीय?
उत्तर:
विलयन ‘A’ में हाइड्रोजन आयन (H+) की सांद्रता अधिक है। विलयन ‘A’ अम्लीय जबकि विलयन ‘B’ क्षारकीय है।
प्रश्न 2. H+ (aq)आयन की सांद्रता का विलयन की प्रकृति पर क्या प्रभाव पड़ता है?
उत्तर:
विलयन में H+ (aq) आयन की सांद्रता बढ़ने पर विलयन अधिक अम्लीय होता है जबकि H+ (aq) आयन की सांद्रता घटने पर विलयन अधिक क्षारकीय होता है।
प्रश्न 3.
क्या क्षारकीय विलयन में H+(aq) आयन होते हैं? अगर हाँ, तो यह क्षारकीय क्यों होते हैं?
उत्तर:
हाँ, क्षारकीय विलयन में भी H+(aq) आयन होते हैं, परन्तु क्षारकीय विलयन में H+ (aq) आयनों की मात्रा अम्लों में उपस्थित H+ (aq) आयनों की मात्रा से बहुत कम होती है, इसलिए ये क्षारकीय होते हैं।
प्रश्न 4.
कोई किसान खेत की मृदा की किस परिस्थिति में बिना बुझा हुआ चूना (कैल्सियम ऑक्साइड), बुझा हुआ चूना (कैल्सियम हाइड्रॉक्साइड) या चॉक (कैल्सियम कार्बोनेट) का उपयोग करेगा?
उत्तर:
यदि खेत की मृदा का pH मान 7 से नीचे अर्थात् 6, 5, 4, 3, 2, 1 है तो किसान इसे उदासीन करने के लिए इसमें बिना बुझा हुआ चूना (कैल्सियम ऑक्साइड), बुझा हुआ चूना (कैल्सियम हाइड्रॉक्साइड) या चॉक (कैल्सियम कार्बोनेट) का उपयोग करेगा।
अनुच्छेद 2.4 पर आधारित
10th रसायन-शास्त्र अम्ल क्षारक एवं लवण प्रश्न 1.
CaOCl2 यौगिक का प्रचलित नाम क्या है?
उत्तर:
CaOCl2यौगिक का प्रचलित नाम ब्लीचिंग पाउडर (विरंजक चूर्ण) है।
प्रश्न 2.
उस पदार्थ का नाम बताइए जो क्लोरीन से क्रिया करके विरंजक चूर्ण बनाता है।
उत्तर:
बुझा हुआ चूना [Ca(OH)2] क्लोरीन से क्रिया करके विरंजक चूर्ण बनाता है।
प्रश्न 3.
कठोर जल को मृदु करने के लिए किस सोडियम यौगिक का उपयोग किया जाता है?
उत्तर:
कठोर जल को मृदु करने के लिए सोडियम कार्बोनेट (NaCO3) का उपयोग किया जाता है।
प्रश्न 4.
सोडियम हाइड्रोजनकार्बोनेट के विलयन को गर्म करने पर क्या होगा? इस अभिक्रिया के लिए समीकरण लिखिए।
उत्तर:
जब सोडियम हाइड्रोजनकार्बोनेट के विलयन को गर्म किया जाता है तो यह सोडियम कार्बोनेट और कार्बन डाइऑक्साइड गैस देता है।
Bihar Board Class 10 Science अम्ल, क्षारक एवं लवण Textbook Questions and Answers
प्रश्न 1.
कोई विलयन लाल लिटमस को नीला कर देता है, इसका pH संभवतः क्या होगा?
(a) 1
(b) 4
(c) 5
(d) 10
उत्तर:
(d) 10
प्रश्न 2.
कोई विलयन अंडे के पिसे हुए कवच से अभिक्रिया कर एक गैस उत्पन्न करता है जो चूने के पानी को दूधिया कर देती है। इस विलयन में क्या होगा?
(a) NaCl
(b) HCl
(c) LiCl
(d) KCl
उत्तर:
(b) HCl
प्रश्न 3.
NaOH का 10mL विलयन,HCl के 8mLविलयन से पूर्णतः उदासीन हो जाता है। यदि हम NaOH के उसी विलयन का 20 mLलें तो इसे उदासीन करने के लिए HCI के उसी विलयन की कितनी मात्रा की आवश्यकता होगी?
(a) 4 mL
(b) 8 mL
(c) 12 mL
(d) 16 mL
उत्तर:
(d) 16 mL
प्रश्न 4.
अपच का उपचार करने के लिए निम्न में से किस औषधि का उपयोग होता है?
(a) एंटीबायोटिक (प्रतिजैविक)
(b) ऐनालजेसिक (पीड़ाहारी)
(c) ऐन्टैसिड
(d) एंटीसेप्टिक (प्रतिरोधी)
उत्तर:
(c) ऐन्टैसिड
प्रश्न 5.
निम्न अभिक्रिया के लिए पहले शब्द-समीकरण लिखिए तथा उसके बाद संतुलित समीकरण लिखिए।
(a) तनु सल्फ्यूरिक अम्ल दानेदार जिंक के साथ अभिक्रिया करता है।
(b) तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल मैग्नीशियम पट्टी के साथ अभिक्रिया करता है।
(c) तनु सल्फ्यूरिक अम्ल ऐलुमिनियम चूर्ण के साथ अभिक्रिया करता है।
(d) तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल लौह के रेतन के साथ अभिक्रिया करता है।
उत्तर:
(a) जिंक + सल्फ्यूरिक अम्ल (तनु) → जिंक सल्फेट + हाइड्रोजन गैस
Zn + dil.H2SO4 → ZnSO4 + H2(g)
(b) मैग्नीशियम + हाइड्रोक्लोरिक अम्ल (तनु) → मैग्नीशियम क्लोराइड + हाइड्रोजन गैस
Mg + dil.2HCl → MgCl2 + H2(g)
(c) ऐलुमिनियम + सल्फ्यूरिक अम्ल (तनु) → ऐलुमिनियम सल्फेट + हाइड्रोजन गैस
2Al+ dil.3H2SO4 → Al2(SO4)3 + 3H2(g)
(d) आयरन + हाइड्रोक्लोरिक अम्ल (तनु) → आयरन क्लोराइड + हाइड्रोजन गैस
2Fe + dil.6HCl → 2FeCl3 + 3H2(g)
प्रश्न 6.
ऐल्कोहॉल एवं ग्लूकोज जैसे यौगिकों में भी हाइड्रोजन होते हैं लेकिन इनका वर्गीकरण अम्ल की तरह नहीं होता है। एक क्रियाकलाप द्वारा इसे साबित कीजिए।
उत्तर:
- एक कॉर्क में दो कीलें लगाकर कॉर्क को 6 वोल्ट बैटरी – 100 ml के एक बीकर में रख देते हैं।
- चित्र के अनुसार दोनों कीलों को 6 वोल्ट की एक बैटरी से जोड़ देते हैं जो एक बल्ब तथा स्विच से भी सम्बद्ध है। बीकर
- अब हम ऐल्कोहॉल तथा ग्लूकोज के विलयनों को बारी-बारी से बीकर में डालते हैं तथा विद्युत कील प्रवाह हेतु स्विच चालू करते हैं।
प्रेक्षण:
हम देखते हैं कि बल्ब नहीं जलता। अत: ग्लूकोज रबड़ कॉर्क और एल्कोहॉल विलयनों में विद्युत चालन नहीं होता।
परन्तु:
हम जानते हैं कि अम्लों में विद्युत चालन सम्भव है। परिणाम एल्कोहॉल और ग्लूकोज को अम्लों में वर्गीकृत नहीं किया जा सकता।
प्रश्न 7.
आसवित जल विद्युत का चालक क्यों नहीं होता जबकि वर्षा जल होता है?
उत्तर:
आसवित जल विद्युत का चालक नहीं होता जबकि वर्षा जल होता है, क्योंकि आसवित जल में H+ आयन अलग नहीं होते जबकि वर्षा के जल में H+ आयन आसानी से अलग हो जाते हैं। ये H+ आयन ही विद्युत का चालन करते हैं।
प्रश्न 8.
जल की अनुपस्थिति में अम्ल का व्यवहार अम्लीय क्यों नहीं होता है?
उत्तर:
जल की अनुपस्थिति में अम्ल का व्यवहार अम्लीय नहीं होता, क्योंकि अम्ल की अम्लीय प्रकृति H+ आयनों के कारण होती है तथा ये H+ आयन केवल जलीय विलयन में ही प्रकट होते हैं।
प्रश्न 9.
पाँच विलयनोंA,B,C,D व E की जब सार्वत्रिक सूचक से जाँच की जाती है तो pH के मान क्रमशः 4,1,11,7 एवं 9 प्राप्त होते हैं। कौन-सा विलयन-
(a) उदासीन है?
(b) प्रबल क्षारीय है?
(c) प्रबल अम्लीय है?
(d) दुर्बल अम्लीय है?
(e) दुर्बल क्षारीय है?
pH के मानों को हाइड्रोजन आयन की सांद्रता के आरोही क्रम में व्यवस्थित कीजिए।
उत्तर:
(a) विलयन ‘D’ उदासीन है। pH = 7
(b) विलयन ‘C’ प्रबल क्षारीय है। pH = 11
(c) विलयन ‘B’ प्रबल अम्लीय है। pH =1
(d) विलयन ‘A’ दुर्बल अम्लीय है। pH = 4
(e) विलयन ‘E’ दुर्बल क्षारीय है। pH =9
उपर्युक्त pH मानों के हाइड्रोजन आयन की सांद्रता का आरोही क्रम निम्नवत है
प्रश्न 10.
परखनली ‘A’ एवं ‘B’ में समान लंबाई की मैग्नीशियम की पट्टी लीजिए। परखनली ‘A’ में हाइड्रोक्लोरिक अम्ल (HCl) तथा परखनली ‘B’ में ऐसिटिक अम्ल (CH3COOH) डालिए। दोनों अम्लों की मात्रा तथा सांद्रता समान हैं। किस परखनली में अधिक तेजी से बुदबुदाहट होगी तथा क्यों?
उत्तर:
परखनली ‘A’ में अधिक तेज़ी से बुदबुदाहट होगी; क्योंकि HCl, CH3COOH की अपेक्षा प्रबल अम्ल है। इसीलिए परखनली ‘A’ में Mg, HCl के साथ तीव्रता से अभिक्रिया करके मैग्नीशियम क्लोराइड (MgCl2) तथा हाइड्रोजन (H2) गैस उत्पन्न करता है।
प्रश्न 11.
ताजे दूध के pH का मान 6 होता है। दही बन जाने पर इसके pH के मान में क्या परिवर्तन होगा? अपना उत्तर समझाइए।
उत्तर:
ताजे दूध का pH मान 6 होता है परन्तु दही बन जाने पर इसके pH मान में कमी होगी तथा इसकी अम्लीय प्रकृति बढ़ जायेगी। इसकी जाँच हम इस तथ्य से कर सकते हैं कि ताजा दूध मीठा होता है परन्तु दही खट्टा होता है।
प्रश्न 12.
एक ग्वाला ताजे दूध में थोड़ा बेकिंग सोडा मिलाता है-
(a) सोडा, ताजा दूध के pH के मान को 6 से बदलकर थोड़ा क्षारीय क्यों बना देता है ?
(b) इस दूध को दही बनने में अधिक समय क्यों लगता है ?
उत्तर:
(a) दूध बेचने वाला ताजे दूध के pH को 6 से बदलकर थोड़ा क्षारीय बना देता है; क्योंकि ऐसा करने से दूध अधिक समय तक खराब नहीं होगा।
(b) यह दूध दही बनने में अत्यधिक समय लेता है; क्योंकि दूध को क्षारीय से अम्लीय होने में अधिक समय लगेगा, जबकि यदि दूध का pH 6 ही होता तो यह अपेक्षाकृत कम समय में ही दही में परिवर्तित हो जाता।
प्रश्न 13.
प्लास्टर ऑफ पेरिस को आर्द्र-रोधी बर्तन में क्यों रखा जाना चाहिए? इसकी व्याख्या कीजिए।
उत्तर:
प्लास्टर ऑफ पेरिस को आर्द्र-रोधी बर्तन में रखा जाता है; क्योंकि यह आर्द्रता/नमी/जल के सम्पर्क में आकर बड़ी तीव्रता से जिप्सम में परिवर्तित हो जाता है जो कि एक बहुत ही कठोर पदार्थ है। अभिक्रिया का समीकरण निम्नवत् है –
Class 10th रसायन-शास्त्र अम्ल क्षारक एवं लवण प्रश्न 14.
उदासीनीकरण अभिक्रिया क्या है? दो उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
अम्ल एवं क्षारक की अभिक्रिया के परिणामस्वरूप लवण तथा जल प्राप्त होते हैं तथा इस अभिक्रिया को उदासीनीकरण अभिक्रिया कहते हैं।
उदाहरणार्थः
1. सोडियम हाइड्रॉक्साइड तथा हाइड्रोक्लोरिक अम्ल की अभिक्रिया
- पोटैशियम हाइड्रॉक्साइड तथा हाइड्रोक्लोरिक अम्ल की अभिक्रिया
प्रश्न 15.
धोने का सोडा एवं बेकिंग सोडा के दो-दो प्रमुख उपयोग बताइए।
उत्तर:
धोने का सोडा के दो प्रमुख उपयोग निम्नवत् हैं। - इसका उपयोग काँच, साबुन एवं कागज़ उद्योगों में होता है।
- इसका उपयोग बोरेक्स जैसे सोडियम यौगिक के उत्पादन में होता है। बेकिंग सोडा के दो प्रमुख उपयोग निम्नवत् हैं
- इसका उपयोग बेकिंग पाउडर बनाने में किया जाता है।
- इसका उपयोग सोडा-अम्ल अग्निशामक में किया जाता है।
Bihar Board Class 10 Science अम्ल, क्षारक एवं लवण VVI Important Questions and Answers
बहुविकल्पीय प्रश्न
बिहार बोर्ड 10th रसायन-शास्त्र अम्ल क्षारक एवं लवण प्रश्न 1.
अम्ल नीले लिटमस को करते हैं-
(a) नीला
(b) रंगहीन
(c) लाल
(d) कोई प्रभाव नहीं
उत्तर:
(c) लाल
प्रश्न 2.
क्षारीय विलयन में फिनोल्पथेलीन सूचक का रंग होता है-
(a) लाल
(b) पीला
(c) नीला
(d) रंगहीन।
उत्तर:
(a) लाल
प्रश्न 3.
प्रबल अम्लीय विलयन में मिथाइल औरेंज का रंग होता है – (2011)
(a) लाल
(b) पीला
(c) नीला
(d) रंगहीन
उत्तर:
(a) लाल
प्रश्न 4.
निम्न में प्रबल क्षार है – (2015)
(a) Ca(OH)2
(b) KOH
(c) Mg(OH)2
(d) NH4 OH
उत्तर:
(b) KOH
Bihar Board 10th Chemistry अम्ल क्षारक एवं लवण प्रश्न 5.
निम्नलिखित में दुर्बल अम्ल है – (2017)
(a) HCl
(b) HCN
(c) HNO3
(d) H2SO4
उत्तर:
(b) HCN
Bihar Board 10th रसायन-शास्त्र अम्ल क्षारक एवं लवण प्रश्न 6.
ऐसीटिक अम्ल एक दुर्बल अम्ल है, क्योंकि- (2018)
(a) इसमें पानी की मात्रा अधिक होती है
(b) इसके आयनन की मात्रा कम होती है
(c) यह एक कार्बनिक अम्ल है
(d) यह एक अकार्बनिक अम्ल है
उत्तर:
(b) इसके आयनन की मात्रा कम होती है
प्रश्न 7.
प्रबल अम्ल के जलीय विलयन में किसका आधिक्य होता है? (2013)
(a) H+ आयनों का
(b) OH– आयनों का
(c) Cl– आयनों का
(d) Na+ आयनों का
उत्तर:
(a) H+ आयनों का
प्रश्न 8.
H2S विलयन का pH मान है – (2011, 14) अम्लीय विलयन का pH मान है (2016)
(a) शून्य
(b) 7
(c) 7 से कम
(d) 7 से अधिक
उत्तर:
(c) 7 से कम
प्रश्न 9.
उदासीन विलयन के लिए कौन-सा कथन असत्य है? (2013)
(a) हाइड्रोजन आयन सान्द्रण का मान 10.7 मोल/लीटर होता है
(b) हाइड्रॉक्सिल आयन सान्द्रण का मान 10.7 मोल/लीटर होता है
(c) pH मान 0 होता है
(d) pH मान 7 होता है
उत्तर:
(c) pH मान 0 होता है
प्रश्न 10.
एक विलयन का pH मान 5 है। यह विलयन है – (2017)
(a) अम्लीय
(b) क्षारीय
(c) उदासीन
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(a) अम्लीय
प्रश्न 11.
10-6 MHCl विलयन का pH मान होगा (2014)
(a) 7
(b) 6
(c) 0
(d) -6
उत्तर:
(b) 6
प्रश्न 12.
एक विलयन में हाइड्रोजन आयन का सान्द्रण 1 x 10-7 मोल प्रति लीटर है। विलयन का pH मान होगा (2015)
(a) 0
(b) 7
(c) 8
(d) 6
उत्तर:
(b)7
प्रश्न 13.
सल्फ्यूरिक अम्ल में अम्लीय हाइड्रोजन परमाणुओं की संख्या है। (2016)
(a) 2
(b) 1
(c) 3
(d) शून्य
उत्तर:
(a) 2
प्रश्न 14.
अम्ल तथा क्षार की परस्पर अभिक्रिया को कहते हैं –
(a) जल-विच्छेदन
(b) अपघटन
(c) उदासीनीकरण
(d) आयनन
उत्तर:
(c) उदासीनीकरण
प्रश्न 15.
निम्नलिखित में से अम्लीय लवण है – (2013, 15)
(a) NaCl
(b) NaHSO4
(c) Na2SO4
(d) KCN
उत्तर:
(b) Na2SO4
BSEB 10th रसायन-शास्त्र अम्ल क्षारक एवं लवण प्रश्न 16.
संकर लवण है (2016)
(a) Na2SO4 – Fe2(SO4)3 24H20
(b) Na2HPO4
(c) Na3[Fe(CN)6]
(d) NaNH4HPO4
उत्तर:
(c) Na3[Fe(CN)6]
प्रश्न 17.
फिटकरी का सही अणुसूत्र है पोटाश एलम का सही रासायनिक सूत्र होता है (2013)
(a) Al2(SO4)3 . 24H2O
(b) Al2(SO4)3. 5H2O
(c) K2SO4 . Al2(SO4)3.24H2O
(d) K2SO4 . Al2 (SO4)3. 7H2O
उत्तर:
(c) K2SO4 . Al2(SO4)3.24H2O
प्रश्न 18.
K2SO4. Al2(SO4)3 24H2O को जल में घोलने पर बनने वाले आयन हैं – (2012)
(a) K+, Al3+,
(b) Al3+, SO42-
(c) K+ Al3+, SO42-
(d) K+, SO42-
उत्तर:
(c) K+ Al3+, SO42-
प्रश्न 19.
नौसादर का रासायनिक सूत्र है – (2017)
(a) NaCl
(b) Na2CO3
(c) Na2SO4
(d) NH4Cl
उत्तर:
(d) NH4Cl
प्रश्न 20.
बहते हुए रक्त को रोकने में उपयोगी यौगिक है – (2012, 14)
(a) खाने का सोडा
(b) नौसादर
(c) धावन सोडा
(d) फिटकरी
उत्तर:
(d) फिटकरी
प्रश्न 21.
निम्न में से कौन-सा पदार्थ ऊर्ध्वपातन का गुण प्रदर्शित करता है? (2012)
(a) NaCl
(b) Na2CO3
(c) NH4Cl
(d) CaOCl2
उत्तर:
(c) NH4Cl
प्रश्न 22.
पेयजल को जीवाणु रहित करने में प्रयोग किया जाता है। (2011, 14, 17)
(a) CaOCl2(ब्लीचिंग पाउडर)
(b) CaCl2
(c) CuCl2
(d) CaCO3
उत्तर:
(a) CaOCl2(ब्लीचिंग पाउडर)
प्रश्न 23.
विरंजक चूर्ण पर तनु सल्फ्यूरिक अम्ल की अभिक्रिया से गैस निकलती है (2014)
(a) H2
(b) O2
(c) Cl2
(d) CO2
उत्तर:
(c) Cl2
प्रश्न 24.
खाने के सोडे का रासायनिक सूत्र है – (2015)
(a) Na2CO3
(b) NaHCO3
(c) NaCl
(d) NH4Cl
उत्तर:
(b) NaHCO3
प्रश्न 25.
सोडियम कार्बोनेट के जलीय विलयन में कार्बन डाइ-ऑक्साइड अधिकता में प्रवाहित करने पर प्राप्त होता है – (2012)
(a) NaOH
(b) NaHCO3
(c) Na2CO3.10H2O
(d) Na2CO3. H2O
उत्तर:
(b) NaHCO3
प्रश्न 26.
प्लास्टर ऑफ पेरिस में कितने अणु क्रिस्टलन जल के होते हैं? (2017)
(a) एक
(b) दो
(c) तीन
(d) चार
उत्तर:
(a) एक
अतिलघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
ऐसे दो क्षारकों के नाम लिखिए जो क्षार भी हों।
उत्तर:
सोडियम हाइड्रॉक्साइड (NaOH) तथा पोटैशियम हाइड्रॉक्साइड (KOH)।
प्रश्न 2.
हाइड्रोजन आयन सान्द्रण से क्या तात्पर्य है? उदासीन विलयन में हाइड्रोजन आयन सान्द्रण का मान कितना होता है? (2012, 13)
उत्तर:
किसी विलयन के एक लीटर में उपस्थित हाइड्रोजन आयनों के मोलों की संख्या को उस विलयन का हाइड्रोजन आयन सान्द्रण कहते हैं। उदासीन विलयन में हाइड्रोजन आयन सान्द्रण 10-7 मोल/लीटर होता है।
प्रश्न 3.
pH की परिभाषा दीजिए। इसका हाइड्रोजन आयन सान्द्रण से क्या सम्बन्ध है? (2014, 16)
उत्तर:
pH अम्लों एवं क्षारकों के जलीय विलयन में हाइड्रोजन आयनों की सान्द्रता मापने की इकाई है। किसी विलयन का pH मान उसमें उपस्थित हाइड्रोजन आयन सान्द्रण के व्युत्क्रम का लघुगणक होता है।
अतः
pH = – log [H+]
[H+] = H+ आयनों का मोल / लीटर में सान्द्रण
प्रश्न 4.
एक विलयन में हाइड्रोजन आयनों की सान्द्रता 10-9M है। इस विलयन का pH मान परिकलित कीजिए तथा बताइए कि विलयन अम्लीय है या क्षारीय। (2016)
उत्तर:
विलयन का pH मान = – log [H+] = -log 10-9 =9 log10 = 9
pH मान 7 से अधिक है। अत: विलयन क्षारीय है।
प्रश्न 5.
एक विलयन में हाइड्रॉक्सिल आयन का सान्द्रण 1 x 10-10 मोल/लीटर है। इस विलयन का pH मान ज्ञात कीजिए। (2012, 13, 14, 18)
उत्तर:
इस विलयन का pH मान 14 – 10 = 4 होगा।
प्रश्न 6.
एक अम्लीय विलयन का pH मान 5 है। हाइड्रोजन आयन सान्द्रता [H+] की गणना कीजिए। (2011, 15)
उत्तर:
[H+] = 10-pH= 10-5
प्रश्न 7.
pH 4 का मान के विलयन में H+ आयनों की सान्द्रता बताइए। इस विलयन की प्रकृति क्या होगी? (2018)
उत्तर:
[H+] = 10-pH = 10-4 चूँकि pH मान 7 से कम है; अत: यह विलयन अम्लीय होगा।
प्रश्न 8.
0.0001 N NaOH विलयन का pH मान बताइए। (2015, 16)
उत्तर:
0.0001 N NaOH विलयन में हाइड्रॉक्सिल आयनों का सान्द्रण = 10-4
इस विलयन का pH मान = 14 – 4 = 10
प्रश्न 9.
जल का आयनिक गुणनफल क्या है ? इसका 25°C पर मान लिखिए। (2011, 14)
उत्तर:
स्थिर ताप पर जल और जलीय विलयनों में H+ और OH– आयनों की मोलर सान्द्रताओं का गुणनफल स्थिर होता है, जिसे जल का आयनिक गुणनफल कहते हैं। 25°C पर इसका मान 10-14 होता है।
प्रश्न 10.
किसी द्विक लवण तथा संकर लवण का नाम एवं सूत्र लिखिए। इनका मुख्य लक्षण भी लिखिए। (2011)
उत्तर:
द्विक लवण फिटकरी K2SO4 . Al2 (SO4)3 24H2O द्विक लवणों में दो सरल लवण एक निश्चित अनुपात में मिले होते हैं। इनका अस्तित्व केवल ठोस अवस्था में ही होता है।
संकर लवण पोटैशियम फैरोसायनाइड – K4 [Fe(CN)6] ये लवण कई लवणों के संयोग से बनते हैं। संकर लवण जलीय विलयन में केवल एक धनायन व ऋणायन देते हैं। जिनमें से एक साधारण आयन और दूसरा संकर आयन होता है।
प्रश्न 11.
धावन सोडा का रासायनिक नाम तथा अणुसूत्र लिखिए। (2014, 15, 16)
उत्तर:
धावन सोडा का रासायनिक नाम सोडियम कार्बोनेट व अणुसूत्र Na2CO3 . 10H2O है।
प्रश्न 12.
NakSO4. किस प्रकार का लवण है ?
उत्तर:
मिश्रित लवण।
10th Chemistry अम्ल क्षारक एवं लवण प्रश्न 13.
फिटकरी के फूल किसे कहते हैं ?
उत्तर:
90°C पर गर्म करने पर फिटकरी फूल जाती है और क्रिस्टल जल के सभी अणु बाहर निकल जाते हैं। इसे फिटकरी के फूल (burnt alum) कहते हैं।
प्रश्न 14.
निम्नलिखित को पूर्ण एवं सन्तुलित कीजिए – (2016, 17)
1. NaCl + NH3 + H2O + CO2
2. Ca(OH)2 + Cl2 →
उत्तर:
1. NaCl + NH3 + H2O + CO2 → NaHCO3 + NH2 Cl
2. Ca(OH)2 + Cl2 → CaOCl2 + H2O
प्रश्न 15.
क्या होता है जब बुझा चूना क्लोरीन से अभिक्रिया करता है ? (2014) या ब्लीचिंग पाउडर चूने से कैसे प्राप्त होता है। समीकरण दीजिए।
उत्तर:
ब्लीचिंग पाउडर बनता है।
प्रश्न 16.
क्या होता है जब ब्लीचिंग पाउडर को तनु ऐसीटिक अम्ल के साथ गर्म करते हैं? (2012)
उत्तर:
क्लोरीन गैस निकलती है –
CaOCl2 + 2CH3COOH + Ca(CH3COO)2 + H2O+ Cl2 T
प्रश्न 17.
आप कैसे बनायेंगे-(केवल रासायनिक समीकरण लिखिए) (2014)
1. सोडियम सल्फेट से सोडियम कार्बोनेट
2. बुझे हुए चूने से ब्लीचिंग पाउडर
उत्तर:
1. सोडियम सल्फेट को कार्बन तथा चूने के पत्थर (CaCO3) के साथ गर्म करने पर सोडियम कार्बोनेट बनता है।
2. शुष्क बुझे हुए चूने पर क्लोरीन की क्रिया से ब्लीचिंग पाउडर प्राप्त होता है।
Class 10th Chemistry अम्ल क्षारक एवं लवण प्रश्न 18.
क्या होता है जब (2013)
1. ब्लीचिंग पाउडर कार्बन डाइऑक्साइड से अभिक्रिया करता है।
2. सोडियम बाइकार्बोनेट तनु सल्फ्यूरिक अम्ल से अभिक्रिया करता है।
उत्तर:
1. क्लोरीन गैस निकलती है –
CaOCl2 + CO2 → CaCO3 + Cl2↑
- कार्बन डाइऑक्साइड गैस निकलती है –
प्रश्न 19.
क्या होता है जबकि (केवल रासायनिक समीकरण लिखिए) (2015, 18)
1. सोडियम बाइकार्बोनेट को गर्म करते हैं।
2. अमोनियम क्लोराइड को गर्म करते हैं।
3. विरंजक चूर्ण की क्रिया तनु सल्फ्यूरिक अम्ल से होती है।
उत्तर:
1. सोडियम कार्बोनेट बनता है व कार्बन डाइ-ऑक्साइड गैस निकलती है।
2. गर्म करने पर यह अमोनिया और हाइड्रोजन क्लोराइड गैस में विच्छेदित हो जाता है।
3. क्लोरीन गैस निकलती है ।
प्रश्न 20.
निम्नलिखित रासायनिक अभिक्रिया में क्या होता है ? रासायनिक समीकरण लिखिए (2010, 13)
1. सोडियम कार्बोनेट के जलीय विलयन में कार्बन डाइ-ऑक्साइड प्रवाहित करते हैं। सोडियम कार्बोनेट (धावन सोडा) से सोडियम बाइ कार्बोनेट (बेकिंग सोडा) कैसे प्राप्त करेंगे? (2017)
2. ब्लीचिंग पाउडर को पानी में घोलकर गर्म किया जाता है।
उत्तर:
1. सोडियम बाइकार्बोनेट बनता है।
2. कैल्सियम हाइड्रॉक्साइड बनता है तथा क्लोरीन निकलती है।
प्रश्न 21.
सोडियम कार्बोनेट के दो प्रमुख उपयोग लिखिए। (2017)
उत्तर:
1. प्रयोगशाला में अभिकर्मक के रूप में।
2. काँच तथा बोरेक्स के निर्माण में।
प्रश्न 22.
सोडियम बाइकार्बोनेट के दो उपयोग लिखिए। (2016)
उत्तर:
यह कोल्डड्रिंक, सोडावाटर, बेकिंग पाउडर तथा दवाओं में प्रयोग होता है।
लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
सूचक क्या है? एक उदाहरण की सहायता से अम्ल-क्षार सूचकों के अम्लीय तथा क्षारीय माध्यम में रंग परिवर्तन को स्पष्ट कीजिए। या मिथाइल औरेंज व फिनोल्फ्थेलीन किस प्रकार सूचक का कार्य करते हैं? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
सूचक अम्ल-क्षार सूचक वे पदार्थ हैं जिनका अम्लीय विलयन में एक रंग तथा क्षारीय विलयन में दूसरा रंग होता है।
उदाहरणार्थ:
मिथाइल औरेंज मिथाइल औरेंज एक नारंगी रंग का रंजक है। जब मिथाइल औरेंज की एक बूंद अम्लीय विलयन में मिलायी जाती है, तब विलयन का रंग लाल हो जाता है जबकि मिथाइल औरेंज की एक बूंद को क्षारीय विलयन में मिलाने पर विलयन का रंग पीला हो जाता है।
मिथाइल औरेंज (उदासीन) → नारंगी
मिथाइल औरेंज + अम्लीय विलयन → लाल
मिथाइल औरेंज + क्षारीय विलयन → पीला
फिनोल्फ्थे लीन फिनोल्पथेलीन एक रंगहीन पदार्थ है। अम्लीय विलयन में यह रंगहीन रहता है जबकि फिनोल्पथेलीन की एक बूंद क्षारीय विलयन में मिलाने पर विलयन लाल हो जाता है।
फिनोल्पथेलीन (उदासीन) → रंगहीन
फिनोल्पथेलीन + अम्लीय विलयन → रंगहीन
फिनोल्पथेलीन + क्षारीय विलयन → लाल
प्रश्न 2.
pH पैमाना क्या मापता है? उदासीन, अम्लीय तथा क्षारीय विलयनों के pH मान का परास बताइए। (2017)
उत्तर:
pH पैमाना अम्लों एवं क्षारकों के जलीय विलयन में हाइड्रोजन आयनों की सान्द्रता मापने में प्रयुक्त होता है। उदासीन, अम्लीय तथा क्षारीय विलयनों के pH मान का परास निम्न प्रकार है –
प्रश्न 3.
नौसादर का रासायनिक नाम व सूत्र लिखिए। नौसादर बनाने की विधि का रासायनिक समीकरण लिखिए। इसके दो रासायनिक गुणों एवं उपयोगों को भी लिखिए। (2013, 14, 17)
नौसादर की NaOH व Ca(OH)2 विलयनों के साथ अभिक्रियाओं के रासायनिक समीकरण लिखिए। (2013, 14, 15)
क्या होता है जब अमोनियम क्लोराइड (नौसादर) को बुझे चूने के साथ गर्म करते (2016, 17)
या नौसादर (NH4 Cl) से अमोनिया (NH3 ) कैसे प्राप्त करेंगे? (2017)
उत्तर:
नौसादर का रासायनिक नाम अमोनियम क्लोराइड व अणुसूत्र NH4 Cl है।
बनाने की विधि हाइड्रोक्लोरिक अम्ल में अमोनिया गैस प्रवाहित करने पर अमोनियम क्लोराइड प्राप्त होता है।
रासायनिक गुण –
1. इसको सोडियम नाइट्राइट के साथ गर्म करने पर नाइट्रोजन गैस निकलती है।
2. अमोनियम क्लोराइड को कॉस्टिक सोडा विलयन या बुझे हुए चूने के साथ गर्म करने पर अमोनिया गैस निकलती है।
उपयोगL
1. इसका उपयोग प्रयोगशाला में अभिकर्मक के रूप में किया जाता है।
2. यह टाँका लगाने तथा बर्तनों पर कलई करने में काम आता है।
प्रश्न 4.
अमोनियम क्लोराइड से माइक्रोकॉस्मिक लवण कैसे बनाते हैं? इसके क्या उपयोग (2017, 18)
या माइक्रोकॉस्मिक लवण का सूत्र लिखिए। (2018)
उत्तर:
डाइसोडियम हाइड्रोजन फॉस्फेट और अमोनियम क्लोराइड की सम-अणुक मात्राओं को गर्म जल की थोड़ी मात्रा में घोलते हैं। अवक्षेपित सोडियम क्लोराइड को फिल्टर करके, विलयन का क्रिस्टलन करने पर माइक्रोकॉस्मिक लवण के क्रिस्टल प्राप्त होते हैं।
उपयोग:
1. माइक्रोकॉस्मिक लवण का उपयोग फॉस्फेट बीड के रूप में, गुणात्मक विश्लेषण में तथा रंगीन बेसिक मूलकों के परीक्षण में किया जाता है।
2. फॉस्फेट बीड, सिलिका (SiO2) के परीक्षण में प्रयुक्त होती है। फॉस्फेट बीड, सिलिका के साथ गर्म करने पर धुंधली (cloudy) हो जाती है, क्योंकि उसमें सिलिका के कण तैरने लगते हैं।
प्रश्न 5.
सोडियम हाइड्रॉक्साइड के निर्माण की विधि का वर्णन कीजिए। इसके प्रमुख उपयोग भी दीजिए।
उत्तर:
सोडियम हाइड्रॉक्साइड का निर्माण सोडियम क्लोराइड के जलीय विलयन में विद्युत प्रवाहित करके किया जाता है। इस प्रक्रिया में सोडियम क्लोराइड विघटित होकर सोडियम हाइड्रॉक्साइड देता है। इस विधि को क्लोर-क्षार प्रक्रिया भी कहते हैं क्योंकि इसमें निर्मित उत्पाद-क्लोरीन (क्लोर) एवं सोडियम हाइड्रॉक्साइड (क्षार) होते हैं।
2NACl(aq) + 2H2O(l) → 2NaOH (aq) + Cl2 (g) + H2(g)
उपयोग:
- धातुओं से ग्रीस हटाने के लिए
- साबुन तथा अपमार्जक के निर्माण में
- कागज के निर्माण में
- कृत्रिम रेशों के निर्माण में
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
अम्ल, क्षार तथा लवण की परिभाषा एक-एक उदाहरण सहित दीजिए। या अम्ल तथा क्षार की आधुनिक अवधारणा क्या है ? प्रत्येक को एक-एक उदाहरण देते हुए स्पष्ट कीजिए। (2011, 14, 17, 18)
आयनन सिद्धान्त के आधार पर समझाइए कि HCl अम्ल क्यों है तथा NaOH क्षार क्यों है? (2011)
अम्ल तथा भस्म की आधुनिक अवधारणा दीजिए। एक प्रबल अम्ल तथा एक दुर्बल भस्म का नाम लिखिए। (2012)
उत्तर:
अम्ल वे पदार्थ जो जलीय विलयन में हाइड्रोजन आयन देते हैं, अम्ल कहलाते हैं।
उदाहरणार्थ:
HCl ↔ H+ + Cl–
HNO+ ↔ H+ + NO3–
किन्तु हाइड्रोजन आयन (या प्रोटॉन) जलीय विलयन में स्वतन्त्र रूप में नहीं रह सकता है। यह जल के अणु से संयोग करके हाइड्रोनियम आयन (H3O+ ) बनाता है।
अत: अम्ल वे पदार्थ हैं जो जलीय विलयन में H3O+ आयन देते हैं। जैसे
HCl + H3O ↔ H3O+ + Cl–
HNO3 + H2O ↔ H3O+ + NO3–
क्षार वे यौगिक जो जलीय विलयन में हाइड्रॉक्सिल आयन (OH) देते हैं, हाइड्रॉक्सिल आयन के अतिरिक्त और कोई ऋणायन नहीं देते हैं, क्षार कहलाते हैं।
उदाहरणार्थ:
NaOH ↔ Na+ + OH–
NH4 OH ↔ NH4+ + OH–
जलीय विलयन में हाइड्रॉक्सिल आयन भी जलयोजित हो जाते हैं। वे क्षारक जो जल में घुलनशील होते हैं, क्षार कहलाते हैं। जैसे-कॉस्टिक सोडा (NaOH), कॉस्टिक पोटाश (KOH) आदि।
लवण वे पदार्थ, जिनके जलीय विलयन में हाइड्रोजन आयन (H+ ) के अतिरिक्त कोई अन्य धनायन तथा हाइड्रॉक्सिल आयन (OH– ) के अतिरिक्त कोई अन्य ऋण आयन हो, लवण कहलाते हैं।
उदाहरणार्थ:
जिंक सल्फेट
ZnSO4 ↔ Zn+++ SO4–
इसी प्रकार, NaCl, CuSO4, KNO3, NH4 Cl आदि भी लवण हैं।
हाइड्रोक्लोरिक अम्ल (HCl) एक प्रबल अम्ल है तथा मैग्नीशियम हाइड्रॉक्साइड [Mg(OH)2] दुर्बल भस्म (क्षार) है।
प्रश्न 2.
फिटकरी का रासायनिक नाम व अणुसूत्र बताइए। फिटकरी पर ताप के प्रभाव का वर्णन करते हुए उसके प्रमुख गुण व उपयोग बताइए। पोटाश फिटकरी बनाने की रासायनिक समीकरण तथा इसके दो उपयोग लिखिए। (2017)
फिटकरी क्या होती है? पोटाश फिटकरी बनाने की विधि लिखिए। समीकरण भी दीजिए। इसके दो मुख्य उपयोग लिखिए। (2012, 16, 18)
फिटकरी को बनाने का समीकरण दीजिए। इसकी क्षार के साथ अभिक्रिया को लिखिए। (2011)
फिटकरी (पोटाश एलम) का रासायनिक नाम व सूत्र लिखिए। इस पर ऊष्मा के प्रभाव की विवेचना कीजिए। (2011, 13)
ऐलुमिनियम सल्फेट से पोटाश फिटकरी कैसे प्राप्त करेंगे? (2013, 17, 18)
क्या होता है जब पोटाश फिटकरी (एलम) को रक्त तप्त ताप पर गर्म करते हैं? (2015, 18)
उत्तर:
फिटकरी का रासायनिक नाम पोटैशियम ऐलुमिनियम सल्फेट व अणुसूत्र K2SO4. Al2(SO4)3 .24H2O है।
इसे पोटाश फिटकरी भी कहते हैं। यह पोटैशियम सल्फेट तथा ऐलुमिनियम सल्फेट के संतृप्त विलयनों को उचित अनुपात में मिलाकर क्रिस्टलन करने से प्राप्त होता है।
मुख्य गुण:
(i) यह एक सफेद रंग का केलासीय ठोस पदार्थ है; जो कि जल में विलेयशील है। इसका जलीय विलयन अम्लीय होता है।
(ii) क्षार के साथ क्रिया इसका जलीय विलयन सोडियम हाइड्रॉक्साइड विलयन (क्षार) के साथ Al(OH), का सफेद अवक्षेप देता है; जोकि NaOH की अधिकता में विलेय हो जाता है।
(iii) ताप का प्रभाव फिटकरी को 92°C पर गर्म करने पर यह अपने क्रिस्टलन जल में घुल जाती है। 200°C पर गर्म होने पर यह निर्जल होकर फूल जाती है जिसे दुग्ध फिटकरी या फिटकरी के फूल कहते हैं। रक्त तप्त होने पर ऐलुमिनियम सल्फेट अपघटित होकर ऐलुमिना देता है।
उपयोग इसके प्रमुख उपयोग निम्नलिखित हैं –
- यह कपड़े तथा चमड़े की रँगाई में काम आता है।
- आँखों की दवाई बनाने में काम आता है।
- जल को साफ करने में प्रयोग होता है।
- खून बहने को रोकने में प्रयुक्त होता है।
प्रश्न 3.
विरंजक चूर्ण (ब्लीचिंग पाउडर) का रासायनिक नाम, अणुसूत्र तथा उपयोग बताइए। (2013, 17)
विरंजक चूर्ण के निर्माण का रासायनिक समीकरण लिखें तथा इसके विरंजन गुण की व्याख्या रासायनिक समीकरण देते हुए लिखें। (2017)
ब्लीचिंग पाउडर का रासायनिक नाम, बनाने की विधि एवं एक रासायनिक गुण लिखिए। सम्बन्धित समीकरण दीजिए। विरंजक चूर्ण के चार रासायनिक गुण लिखिए। (2011)
या क्या होता है जब शुष्क बुझे चूने पर Cl2 गैस प्रवाहित करते हैं? (2015) या ब्लीचिंग पाउडर की निर्माण विधि लिखिए। (2018)
उत्तर:
ब्लीचिंग पाउडर (विरंजक चूर्ण) का रासायनिक नाम कैल्सियम ऑक्सी क्लोराइड तथा अणुसूत्र CaOCl2है। बनाने की विधि यह सूखे बुझे हुए चूने पर क्लोरीन की क्रिया से प्राप्त होता है।
गुण
1. यह एक हल्के पीले रंग का ठोस पदार्थ है, जिसमें क्लोरीन की गन्ध आती रहती है।
2. इसे जल में घोलकर गर्म करने पर क्लोरीन गैस निकलती है। इसका जलीय विलयन दूधिया होता है।
CaOCl2 + H2O → Ca(OH)2 + Cl2↑
3. यह तनु अम्लों के साथ क्रिया करके क्लोरीन गैस निकालता है।
CaOCl2 + H2SO4 → CasO4 + H2O+ Cl2↑
इस प्रकार प्राप्त क्लोरीन जल से क्रिया करके नवजात ऑक्सीजन निकालती है। रंगयुक्त पदार्थ नवजात ऑक्सीजन से क्रिया करके रंगहीन पदार्थ बनाते हैं।
4. ब्लीचिंग पाउडर, ऐसीटोन तथा ऐल्कोहॉल के साथ जल की उपस्थिति में क्रिया करके क्लोरोफॉर्म बनाता है।
उपयोग:
- ऊन को सिकुड़ने से बचाने के लिए
- ऑक्सीकारक के रूप में
- क्लोरोफॉर्म बनाने में
- चीनी को सफेद करने में
- पेयजल को जीवाणुरहित करने में
- सूत, लकड़ी की लुगदी आदि का रंग उड़ाने में विरंजक के रूप में उपयोग होता है।
प्रश्न 4.
बेकिंग पाउडर ( खाने का सोडा) का रासायनिक नाम एवं अणुसूत्र क्या है ? इसको बनाने की विधि एवं दो भौतिक गुण तथा दो रासायनिक गुण समीकरण देते हुए लिखिए। (2011, 12, 14, 15)
या खाने का सोडा बनाने की विधि का रासायनिक समीकरण लिखिए। इस पर ताप का प्रभाव भी लिखिए। (2012)
या कैसे प्राप्त करेंगे बेकिंग सोडा से धावन सोडा? (2016)
या सोडियम बाइकार्बोनेट पर ताप का प्रभाव क्या होता है? (2017)
उत्तर:
बेकिंग पाउडर का रासायनिक नाम सोडियम बाइकार्बोनेट तथा अणुसूत्र NaHCO3 है। बनाने की विधि यह सोडियम हाइड्रॉक्साइड के सान्द्र विलयन में अधिक मात्रा में कार्बन डाइ-ऑक्साइड गैस (CO2) प्रवाहित करने पर प्राप्त होता है।
इसे बेकिंग सोडा भी कहते हैं।
गुण –
1. यह एक सफेद क्रिस्टलीय, जल में अल्प विलेय पदार्थ है।
2. इसका जलीय विलयन अम्लीय होता है।
3. इसको गर्म करने पर यह सोडियम कार्बोनेट (धावन सोडा) में टूट जाता है तथा कार्बन डाइ-ऑक्साइड (CO2) गैस निकलती है।
4. यह तनु अम्लों के साथ क्रिया करके लवण, जल तथा कार्बन डाइ-ऑक्साइड गैस निकालता है।
NaHCO3 + HCl → NaCl + H2O+ CO2↑
2NaHCO3 + H2SO4 → Na2SO4 + 2H2O + 2CO2↑
प्रश्न 5.
धावन सोडा (सोडियम कार्बोनेट) बनाने की विधि लिखिए। इसकी –
1. BaCl2 तथा
2. SO2 के साथ होने वाली अभिक्रियाओं के रासायनिक समीकरण भी लिखिए। (2014)
उत्तर:
धावन सोडा का रासायनिक नाम सोडियम कार्बोनेट व अणुसूत्र Na2 CO3 10H2O है। कॉस्टिक सोडा के सान्द्र विलयन में कार्बन डाइ-ऑक्साइड प्रवाहित करने पर सोडियम कार्बोनेट का विलयन प्राप्त होता है, जिसका वाष्पन करने पर सोडियम कार्बोनेट के क्रिस्टल प्राप्त होते हैं।
सोडियम कार्बोनेट सोडियम कार्बोनेट को कपड़े धोने का सोडा तथा सोडा ऐश के नाम से भी जाना जाता है।
1. Bacl2 से क्रिया यह BaCl2 को BaCO3 में बदल देता है।
BaCl2 + Na2CO3 → BaCO3 ↓ + 2NaCl
- SO2से क्रिया इसके विलयन में so, गैस प्रवाहित करने पर सोडियम सल्फाइट तथा सोडियम बाइसल्फाइट बनते हैं।
प्रश्न 6.
प्लास्टर ऑफ पेरिस किसे कहते हैं? इसे बनाने की विधि, गुण व उपयोग बताइए। या प्लास्टर ऑफ पेरिस पर ताप का क्या प्रभाव पड़ता है? (2018)
उत्तर:
जिप्सम (gypsum) को 120 – 130°C पर गर्म करने से प्लास्टर ऑफ पेरिस बनता है।
बनाने की विधि –
(i) प्लास्टर ऑफ पेरिस सफेद रंग का चूर्ण है जो तेज गर्म करने पर निर्जल CaSO4 में बदल जाता है।
(ii) प्लास्टर ऑफ पेरिस की जल से क्रिया कराने पर ऊष्मा उत्पन्न होती है और वह शीघ्रता से जिप्सम में बदलकर जम जाता है। इस क्रिया को प्लास्टर ऑफ पेरिस का जमना (setting) कहते हैं।
उपयोग:
- शल्य चिकित्सा में प्लास्टर करने में।
- साँचे और मॉडल बनाने में
- मूर्तियाँ व खिलौने बनाने मे
NEXT CHAPTER: 10th Chemistry Notes Chapter 3: धातु एवं आधातु
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