बिहार बोर्ड से जिन छात्रों ने 2022 में मैट्रिक और इन्टर की परीक्षा दी है उनका मैट्रिक इन्टर का मार्कशीट 11 जून तक सभी जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारी ऑफिस यानी कि DEO ऑफिस में आ जायेगा, DEO ऑफिस से खुद स्कूल या कॉलेजों को ले कर ये मार्कशीट छात्र छात्राओं को बांटना है।
तो आप चाहें जिस जिले में रहते हों याद रखिये की मैट्रिक का मार्कशीट आपके जिले के DEO ऑफिस में 11 जून तक पहुँच जाएगा।
अब आपका स्कूल DEO ऑफिस से ये मार्कशीट कब Recieve करता है और कब से बांटना शुरू करता है ये स्कूल पर डिपेंड करता है।
तो अलग अलग स्कूल में 1-2 दिन आगे पीछे मार्कशीट मिल सकता है क्योंकि कोई जरूरी नही की सारे स्कूल वाले एक ही दिन जा कर DEO ऑफिस से अपने स्कूल का मैट्रिक मार्कशीट ले ही आएं, तो आपके स्कूल में कब मिलेगा इसके लिए आप अपने स्कूल से सम्पर्क करके पता जरूर कर लें।
मतलब 11 जून के बाद से बिहार के सारे जिलों में एक साथ मैट्रिक इन्टर का मार्कशीट मिलना शुरू हो जाएगा।अब एक सवाल की मैट्रिक इन्टर का मार्कशीट लेने के लिए स्कूल में क्या ले कर जाना होगा?
तो मार्कशीट लेने के लिए आप अपना ओरिजिनल एडमिट कार्ड ले कर जाएं।
यहाँ ध्यान रखें कि कुछ स्कूल एडमिट कार्ड के फोटोकॉपी से मार्कशीट नही देते हैं और कुछ स्कूल स्टूडेंट के अलावा किसी अन्य व्यक्ति को भी मार्कशीट नही देते हैं तो इसका भी ध्यान रखना है।
ये भी हो सकता है कि मार्कशीट लेने के लिए किसी किसी स्कूल में एडमिट कार्ड के साथ Fee Reciept या एडमिशन रसीद भी मांग दिया जाए।
तो अलग अलग स्कूलों का अलग अलग मामला हो सकता है पर मैट्रिक इन्टर का मार्कशीट लेने के लिए एडमिट कार्ड तो आपको हर हाल में ले कर ही जाना है।
अब दूसरा महत्वपूर्ण सवाल की मैट्रिक इन्टर के मार्कशीट के साथ और क्या क्या मिलेगा? और ये सारे डॉक्यूमेंट जो साथ मे मिलेंगे उनकी जरूरत कहाँ कहाँ पड़ेगी?
तो देखिए मैट्रिक इन्टर के मार्कशीट के साथ प्रोविजनल सर्टिफिकेट यानि औपबंधिक प्रमाण पत्र और माइग्रेशन सर्टिफिकेट और ट्रांसफर सर्टिफिकेट यानि TC मिलेगा।
मार्कशीट, प्रोविजनल सर्टिफिकेट और माइग्रेशन सर्टिफिकेट बिहार बोर्ड से ही छप कर जाता है पर TC आपको स्कूल वाले Manually बना कर देंगे।
इसमें मार्कशीट तो आप जानते हैं कि क्या होता है पर प्रोविजनल सर्टिफिकेट जिसे औपबंधिक प्रमाण पत्र कहते हैं ,ये इसलिए मिलता है कि जब तक आपका ओरिजिनल प्रमाण पत्र बोर्ड से न आ जाये तब तक अगर आपको कहीं काम पड़े तो ओरिजिनल सर्टिफिकेट के बदले प्रोविजनल सर्टिफिकेट से अपना काम चला सकें।
जैसे अभी देखिए 2021 में मैट्रिक पास करने वालों का ओरिजिनल सर्टिफिकेट यानि कि मूल प्रमाण पत्र अभी कुछ दिनों पहले स्कूलों में आया है। तो इस बीच अगर किसी स्टूडेंट को कहीं ओरिजनल सर्टिफिकेट की जरूरत पड़ेगी तो वह वहां प्रोविजनल सर्टिफिकेट का उपयोग करेगा।
हाँ ओरिजिनल सर्टिफिकेट के आ जाने पर प्रोविजनल सर्टिफिकेट बेकार हो जाता है उसका कोई काम नही रहता।
तो अभी आपको प्रोविजनल सर्टिफिकेट मिलेगा और 2023 तक आपका भी ओरिजिनल सर्टिफिकेट आ जायेगा।
माइग्रेशन सर्टिफिकेट की जरूरत तब पड़ती है जब आप बोर्ड या यूनिवर्सिटी बदलते हैं जैसे मैट्रिक किया आपने बिहार बोर्ड से और इन्टर आप किसी दूसरे राज्य के बोर्ड से या CBSE बोर्ड से करना चाहें तो दूसरे बोर्ड में एडमिशन कराने के टाइम आपको सारे डॉक्यूमेंट के साथ माइग्रेशन सर्टिफिकेट भी देना पड़ेगा।