बिहार में अब 4 साल में पूरा होगा ग्रेजुएशन

Bihar Graduation Admission 2023: बिहार के विश्वविद्यालय इस साल नए शैक्षणिक सत्र से चॉइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (CBCS) के तहत 4 वर्षीय यूजी डिग्री कोर्स शुरू करेंगे। राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर ने विश्वविद्यालयों में चॉइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम और सेमेस्टर आधारित सिस्टम (Semester System) पर 4 साल की स्नातक (ग्रेजुएशन) की पढ़ाई शुरू किए जाने को लेकर सभी कुलपति और शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ राज भवन में बैठक की।

राज्यपाल ने बैठक के बाद लिया निर्णय

वर्तमान में बिहार राज्य के अधिकांश कॉलेज तीन साल का ग्रेजुएशन डिग्री कोर्स चला रहे हैं। 13 अप्रैल को देर शाम तक राज्य के विश्वविद्यालयों के लगभग सभी कुलपतियों और शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर के साथ बैठक हुई। जिस में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 की अनुशंसा के बाद यह निर्णय लिया गया है।

राजभवन द्वारा जारी एक बयान में भी इसकी पुष्ट‍ि की गई है। राज्यपाल (जो राज्य के सभी विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति भी होते हैं) राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बैठक में इस पर निर्णय लिया गया।

Governor of Bihar

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4 वर्षीय कोर्स और सिलेबस के लिए गठित होगी कमिटी

गुरुवार को राजभवन में हुई उच्च स्तरीय बैठक में यह फैसला लिया गया कि बिहार के सभी विश्वविद्यालयों में सेशन 2023-2027 से ही 4 वर्षीय स्नातक कोर्स को प्रारंभ किया जाएगा। कोर्स का स्ट्रक्चर और फर्स्ट ईयर का सिलेबस तैयार करने के लिए कमेटी गठित की जाएगी।

इस साल विश्विद्यालय स्तर पर ही होगा एडमिशन

राज्यपाल के साथ हुई इस उच्चस्तरीय बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि इस साल विश्वविद्यालय के स्तर पर ही नामांकन होगा। लेकिन सभी विश्वविद्यालयों को एक ही समय पर ही सारे संबंधित काम पूरे करने होंगे। और इसके लिए टाइमलाइन का निर्धारण राजभवन द्वारा किया जाएगा।

सभी विश्वविद्यालयों में एक साथ होगा ऑनलाइन आवेदन

बिहार राज्य के सभी विश्वविद्यालयों में ग्रेजुएशन सेशन 2023-27 में एडमिशन के लिए एक साथ ऑनलाइन आवेदन शुरू किया जाएगा। इस साल चार-वर्षीय स्नातक कोर्स में सभी विश्वविद्यालयों को अपने स्तर से नामांकन करना है। आगामी सत्र 2024-28 से केंद्रीयकृत नामांकन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। 

पटना यूनिवर्सिटी और पाटलीपुत्र यूनिवर्सिटी की ओर से तीन-वर्षीय स्नातक कोर्स में नामांकन के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी। जिस पर तत्काल प्रभाव से राजभवन ने रोक लगा दिया है। अब नए दिशा-निर्देश आने और 4 वर्षीय सिलेबस तैयार करने के बाद की नामांकन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। 

Bihar graduation admission 2023 4 saal ka hoga graduation course

2024 से एडमिशन के लिए केंद्रीयकृत प्रणाली

अगले साल अर्थात 2024 से स्नातक यानी ग्रेजुएशन में एडमिशन के लिए केंद्रीय कृत प्रणाली अपनाई जाएगी। लेकिन इस साल एडमिशन, विश्वविद्यालय अपने स्तर से ही लेंगे।

अर्थात जिस प्रकार बिहार बोर्ड ओएफएसएस (OFSS) के माध्यम से इंटर में एडमिशन की प्रक्रिया चलाता है। उसी प्रकार अगले साल से बिहार के अंदर ग्रेजुएशन यानी स्नातक में एडमिशन के लिए बस एक ऑनलाइन एप्लीकेशन फॉर्म भरने की आवश्यकता होगी।

लेकिन इस साल अर्थात 2023 में जो छात्र स्नातक में एडमिशन लेने के इच्छुक हैं। उन्हें एडमिशन के लिए अलग-अलग विश्वविद्यालयों के वेबसाइट से ही ऑनलाइन अप्लाई करना होगा।

रोकी गई एडमिशन के लिए ऑनलाइन करने की प्रक्रिया, एक साथ शुरू होगा ऑनलाइन

बिहार के कुछ विश्वविद्यालयों में पुराने पैटर्न के हिसाब से 3 वर्षीय स्नातक कोर्स में एडमिशन के लिए ऑनलाइन शुरू भी हो चुका था।और कुछ विश्वविद्यालयों में ऑनलाइन शुरू होने वाला था। जिसे राजभवन से आदेश जारी करके रोक दिया गया है। अब यह विश्वविद्यालय 4 वर्ष के ग्रेजुएशन कोर्स के हिसाब से अपने पोर्टल को अपडेट कर रहे हैं। और अब जो एडमिशन के लिए ऑनलाइन शुरू होगा। वह 4 वर्षीय स्नातक कोर्स के हिसाब से ही ऑनलाइन शुरू होगा।

क्या हैं 4 वर्षीय ग्रेजुएशन के नियम

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क्या हैं 4 वर्षीय स्नातक के नियम

आपको बता दें कि यह 4 वर्ष का स्नातक या ग्रेजुएशन का जो कोर्स होगा। उसमें हर एकेडमिक ईयर 2 सेमेस्टर का होगा। प्रथम वर्ष यानि दो सेमेस्टर पास करने पर अगर कोई छात्र पढ़ाई छोड़ देते हैं। तो उन्हें सर्टिफिकेट मिलेगा, जो 40 क्रेडिट का होगा।

उसी प्रकार 2 साल यानी 4 सेमेस्टर पूरा करने के बाद अगर कोई छात्र कोर्स को छोड़ देता है। तो उन्हें डिप्लोमा दिया जाएगा। जो 80 क्रेडिट का होगा।

अगर कोई छात्र तीसरे वर्ष यानी 6 सेमेस्टर अर्थात 120 क्रेडिट का कोर्स पूरा करने के बाद कोर्स को छोड़ना चाहता है। तो उसे डिग्री की उपाधि मिलेगी। जो स्नातक यानी ग्रेजुएशन के समकक्ष होगी।

और 4 वर्ष यानी 8 सेमेस्टर अर्थात 160 क्रेडिट का कोर्स पूरा करने पर ऑनर्स की डिग्री दी जाएगी।

4 वर्षीय ग्रेजुएशन पूरा करने वाले 1 साल में करेंगे पोस्ट-ग्रेजुएशन

4 वर्ष अर्थात 8 सेमेस्टर पूरा करने वाले छात्रों को यह फायदा होगा कि जो भी छात्र 4 साल का यह ग्रेजुएशन कोर्स करेंगे। वह स्नातकोत्तर यानी पोस्ट ग्रेजुएशन अर्थात एमए एमएससी एमकॉम एक ही साल में पूरा कर सकेंगे।
उसी प्रकार अगर कोई छात्र 3 साल पूरा कर के ग्रेजुएशन कोर्स को छोड़ देते हैं। तो उन्हें स्नातकोत्तर यानी post-graduation 2 साल में पूरा करना होगा।

Final Words

जिन छात्रों ने वर्ष 2023 में इंटर पास किया है। इन सभी छात्रों का ग्रेजुएशन अब 4 साल का होगा। परंतु इस साल अर्थात 2023 में इन छात्रों को अलग-अलग यूनिवर्सिटी की वेबसाईट से ही ग्रेजुएशन पार्ट-1 में एडमिशन के लिए ऑनलाइन अप्लाइ करना पड़ेगा। 

अगले साल अर्थात 2024 से ग्रेजुएशन एडमिशन के लिए पूरे बिहार का एक पोर्टल तैयार किया जाएगा। सभी छात्रों को उसी पोर्टल पर अप्लाइ करना होगा। चाहे वो किसी भी यूनिवर्सिटी और किसी भी कॉलेज में एडमिशन लेना चाहते हों। 

बिहार के सभी विश्वविद्यालयों की सूची और उनका वेबसाईट

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