Apni Handwriting kaise sudhare
अपनी हैंडराइटिंग कैसे सुधारें: दोस्तों हमारी हैंडराइटिंग ठीक उसी तरह होती है, जिस तरह सब्जी के ऊपर डाला हुआ हरा धनिया या दाल में लगाया हुआ तड़का। अगर आपके आंसर सही भी हों लेकिन हैंडराइटिंग खराब हो तो कॉपी चेक करने वाले Examiner का सारा मूड खराब हो जाता है। और आपको पूरे मार्क्स नही मिल पाते।
अच्छी हैंडराइटिंग के फायदे
क्या कभी आपके साथ भी ऐसा हुआ है कि एग्जाम में बहुत अच्छा लिखने के बावजूद आपके नंबर कम आते हो। तो हो सकता है कि ऐसा आपकी गंदी हैंडराइटिंग की वजह से होता हो।
एक रिसर्च में पता चला है कि जिन लोगों की हैंडराइटिंग अच्छी होती है उनका दिमाग काफी शांत और कूल होता है। इतना ही नहीं ऐसे लोग काफी इंटेलिजेंट भी होते हैं।
वहीं गाँधीजी का कहना था कि “गंदी लिखावट अधूरी शिक्षा की निशानी होती है”।
अपनी हैंडराइटिंग कैसे सुधारें
तो दोस्तों अगर आपकी हैंड राइटिंग अच्छी नहीं है। तो आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है। क्योंकि आज का ये आर्टिकल सिर्फ आपके लिए ही है।
आज के इस आर्टिकल में हम जानने वाले हैं कि हैंड राइटिंग कैसे सुधारें? और कम से कम समय में इसे और ज्यादा कैसे इंप्रूव करें? तो दोस्तों इस पोस्ट में बताए गए टिप्स को फॉलो करके आप सिर्फ एक हफ्ते में अपनी हैंड राइटिंग को सुंदर बना सकते हैं।
हैंडराइटिंग सुधारने के तरीके
राइटिंग ठीक करने के बहुत सारे तरीके हो सकते हैं। लेकिन आज के इस आर्टिकल में हम कुछ ऐसे वैल्युएबल और सीक्रेट तरीकों पर बात करेंगे। जो बहुत ही प्रैक्टिकल हैं। और इन्हें फॉलो करके आप आसानी से अपनी हैंड राइटिंग इंप्रूव कर सकते हैं।
अच्छी हैंडराइटिंग का प्रभाव
चूंकि मैं खुद भी एक गवर्नमेंट टीचर हूँ। और हर साल बोर्ड एग्जाम की कॉपी भी चेक करता हूँ। तो हैंड राइटिंग से रिलेटेड मैंने बहुत सारे एग्जामिनर और कॉपी चेक करने वाले टीचर से बात की। और कॉपी चेक करने वाले साथी एग्जामिनर से बात करने के बाद और खुद के अनुभव से एक ही निष्कर्ष निकला कि कोई भी एग्जामिनर जब बच्चों की कॉपी चेक करते हैं। तो कॉपी के पहले पेज का इंप्रेशन सबसे खास होता है।
कई टीचर्स ने तो यहां तक बोल दिया कि जब वो लोग बच्चों की कॉपी चेक करते हैं। और कॉपी में बहुत गंदी हैंडराइटिंग होती है। तो उन लोगों के दिमाग में पहला ख्याल यही आता है कि इस स्टूडेंट को कुछ आता जाता नहीं है। ये अच्छा स्टूडेंट नही है। इसलिए ऐसे स्टूडेंट्स को अच्छे मार्क्स नहीं देते।
वहीं अगर स्टूडेंट की हैंड राइटिंग बहुत अच्छी होती है। तो टीचर के दिमाग में पॉजिटिव इम्प्रेशन पड़ता है। और इसका सीधा फायदा बच्चों को मिलता है। क्योंकि टीचर अच्छी हैंड राइटिंग वाले बच्चों की कॉपी चेक करते समय छोटी-मोटी गलतियों को इग्नोर कर देता है। और दिल खोल कर मार्क्स देता है। इसीलिए बच्चों के मार्क्स काफी अच्छे आ जाते हैं।
आपको ये जान कर बड़ी हैरत होगी कि अच्छी राइटिंग की वजह से बोर्ड एग्जाम में 20% तक मार्क्स ज्यादा मिलते हैं।
तो दोस्तों अगर आपकी हैंडराइटिंग काफी अच्छी है। तब तो आप बहुत लकी हैं। लेकिन अगर आपकी हैंडराइटिंग अच्छी नहीं है। तो टेंशन बिल्कुल मत लीजिए। क्योंकि इससे आर्टिकल में बताए गए टिप्स को फॉलो करके आप 7 दिनों में अपनी राइटिंग को सुधार सकते हैं।
1. लिखते समय बैठने का तरीका सुधारें
सबसे पहले हमें लिखते समय अपने बैठने के तरीके को सुधारना है। क्योंकि अगर हम सही पोजीशन में बैठकर नहीं लिखते हैं तो इससे हमारे राइटिंग पर इफेक्ट पड़ता है। और हमारी हैंड राइटिंग अच्छी नहीं बन पाती है।
अगर हमारी बैठने की पोजीशन सही है। तो हम अच्छी हैंडराइटिंग बना सकते हैं। इसीलिए जब भी आप कुछ लिखें तो पूरा कंफर्टेबल होकर ही लिखें।
हम लोग अक्सर देखते हैं कि कई लोग कॉपी को टेढ़ा करके लिखते हैं। तो कई लोग अपने सर को टेढ़ा करके लिखते हैं। ऐसे में उनकी हैंडराइटिंग भी टेढ़ी हो जाती है।
और कई लोग तो ऐसे भी होते हैं जो टेबल के ऊपर सर रखकर लिखते हैं। अब आप खुद बताइए अगर कोई बंदा टेबल के ऊपर सिर रखकर और गर्दन को झुका कर लिखेगा। तो उसकी हैंडराइटिंग भला कैसे अच्छी बनेगी।
इसलिए आपको ऐसी गलती बिल्कुल भी नहीं करनी है। और लिखते समय एक सही पोजीशन में बैठना है। हमारी पोजीशन कुछ ऐसी होनी चाहिए जिसमें हम बिल्कुल कंफर्टेबल महसूस करें। apni handwriting kaise sudhare का ये पहला पॉइंट है।
2. पेन पकड़ने का तरीका जानें
हमारी हैंड-राइटिंग कैसी होगी, ये काफी हद तक इस बात पर भी निर्भर करता है कि हम लिखते समय पेन कैसे पकड़ते हैं। apni handwriting kaise sudhare का ये दूसरा टिप भी काफी महत्वपूर्ण है।
जब हम पेन को कस कर पकड़ कर लिखते हैं। तो इसके 2 नुकसान होते हैं। एक तो हमारा हाथ जल्दी दर्द करने लगता है। और दूसरा जब हम पेन को टाइट पकड़ कर लिखते हैं। तो हमारी लिखावट का निशान अगले पेज पर दिखने लगता है। जिसकी वजह से हमारी कॉपी बहुत गन्दी दिखने लगती है।
इसलिए आप जब भी लिखें। तो अपने पैन को बहुत ही कंफर्टेबल तरीके से पकड़ें। ताकि इस पेज की राइटिंग अगले पेज पर ना दिखाई दे।
3. लिखने की गति धीमी रखें
आपने अक्सर सुना होगा कि जल्दी का काम शैतान का होता है। अर्थात किसी काम को जल्दी में नहीं करना चाहिए। ठीक उसी तरह दोस्तों जब हम स्पीड में लिखते हैं। तो हमारी हैंड राइटिंग बहुत ही गंदी दिखाई देती है। और पढ़ने वाले को समझ में नहीं आती है।
इसीलिए हमें हमेशा धीरे-धीरे लिखना चाहिए। ताकि हमारी हैंडराइटिंग अच्छी दिखे। और दूसरों को समझ में भी आए। एक बार जब आपकी हैंडराइटिंग काफी अच्छी आने लगे। तो आप धीरे-धीरे स्पीड बढ़ा सकते हैं। ये था apni handwriting kaise sudhare का तीसरा इम्पोर्टेन्ट टिप।
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4. दो शब्दों के बीच एक समान गैप रखें
अच्छा पहले पहले एक सवाल का जवाब दें कि किसी कमरे के अंदर बहुत सारी किताबें हैं। जो इधर-उधर बिखरी हुई हैं। वहीं दूसरी तरफ बगल वाले कमरे में बहुत सारी किताबें हैं। जो बिल्कुल लाइन से सजा कर रखी हुई हैं। अब आप बताइए कि दोनों में से कौन सा कमरा देखने में अच्छा लगेगा।
निसंदेह जिस कमरे में किताबों को अच्छी तरह से सजा कर रखा गया है, वह कमरा देखने में ज्यादा अच्छा लगेगा। इसी तरह हमारी राइटिंग में भी होता है। apni handwriting kaise sudhare का चौथा पॉइंट इसी पर आधारित है।
लिखते समय शब्दों के बीच एक जैसे गैप नहीं रखेंगे तो हमारी हैंडराइटिंग देखने में अच्छी नहीं लगेगी। शब्दों के बीच में गैप जरूर देना है। और कोशिश करनी है कि सभी शब्दों के बीच में एक सामान गैप हो।
ये गैप न बहुत ज्यादा होना चाहिए और न ही बहुत कम। साथ ही शब्दों का साइज भी एक समान रखना है। कोशिश करें कि कोई शब्द छोटा तो कोई शब्द बड़ा न हो। इससे हमारी हैंडराइटिंग साफ और सुंदर दिखाई देगी।
5. निरंतर अभ्यास करते रहें
आपने ये कहावत तो सुनी होगी, करत करत अभ्यास के जड़मति होत सुजान, रसरी आवत जात ते सिल पर परत निसान।
handwriting kaise sudhare का हमारा पांचवां टिप भी इसी कांसेप्ट पर आधारित है। क्योंकि प्रैक्टिस करके ही हम किसी चीज को परफेक्ट कर सकते हैं।
आपने भी कई बार देखा होगा कि जब आप काफी दिनों तक कुछ भी नहीं लिखते हैं। तो आपकी हैंडराइटिंग बिगड़ जाती है। और आपको लिखने में दिक्कत होती है।
इसलिए रोज रोज कुछ ना कुछ लिखते रहे।
रोज रोज घिसने से तो कुएं लगी हुई एक रस्सी भी पत्थर में गड्ढा कर देती है। फिर हम अगर रोजाना अभ्यास करें तो क्या नहीं हो सकता।
जब मैं भी आपकी तरह स्टूडेंट था। तो मेरे साथ भी यही दिक्कत होती थी। इसीलिए पेपर शुरू होने के कुछ दिन पहले से ही में लिखने की प्रैक्टिस शुरू कर देता था। और पेपर आते आते मेरा हाथ बिल्कुल अभ्यस्त हो जाता था। और मैं बोर्ड एग्जाम के पेपर में बहुत अच्छा लिख पाता था। आप लोग भी इस फार्मूला को ट्राई कर सकते हैं। 100% आपको इसका फायदा मिलेगा।
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6. अच्छे पेन का चुनाव करें
दोस्तों एक बात तो पक्की है कि अगर बंदूक अच्छी होगी तो फायर भी अच्छा ही होगा। और अगर बंदूक अच्छी नहीं होगी तो फायरिंग भी अच्छी नहीं होगी। apni handwriting kaise sudhare का छठा और सबसे महत्वपूर्ण पॉइंट यही है।
हैंड राइटिंग के साथ भी यही होता है। अगर हमारा पैन अच्छी क्वालिटी और ब्रांडेड कंपनी का होगा। तो हमें लिखने में कोई दिक्कत नहीं होगी। वहीं अगर हम कोई सस्ता या घटिया पेन यूज़ करेंगे तो फिर हैंडराइटिंग खराब होना तय है।
क्योंकि एक छात्र के लिए अगर एग्जाम युद्ध है, तो पेन उसका हथियार। और बिना अच्छे हथियार के युद्ध जीतना असंभव है।
इसलिए लिखते समय और खासकर बोर्ड एग्जाम का पेपर लिखते समय हमेशा अच्छी क्वालिटी के पैन को यूज करना चाहिए।
और कई बार ऐसा भी होता है कि अलग-अलग लोगों की पसंद अलग-अलग होती है। जैसे कुछ लोगों को मोटे पेन से लिखना पसंद होता है। वहीं कुछ लोगों को पतले पेन से लिखना पसंद होता है।
इसीलिए आप जिस तरह के पेन से लिखने में कंफर्टेबल हों, हमेशा उसी पेन का यूज़ करें। फिर देखिए क्या गजब की राइटिंग आती है।
तो शुरू कीजिए पॉइंट नंबर 1 से और कमेंट में हमें भी बताएं कि इन टिप्स को फॉलो करके आपकी राइटिंग पर क्या इफ़ेक्ट पड़ा। अगर ये आर्टिकल आपको हेल्पफुल लगा हो तो अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें।