बिहार के कॉलेजों में इंटर की पढ़ाई बंद
अब कॉलेजों में नही होगी इंटर की पढ़ाई
बिहार बोर्ड ने इंटर के लिए कॉलेजों की मान्यता रद्द कर दी है। अर्थात अब कॉलेजों में इंटर की पढ़ाई नही होगी। इसके लिए 21 फरवरी 2024 को अधिसूचना जारी कर दी गई है। इस अधिसूचना की प्रति आप नीचे देख सकते हैं।
क्या है पूरा मामला?
जैसा कि आपको पता है, बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा इंटर स्तर तक की बोर्ड परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं। अब तक व्यवस्था के अनुसार, बिहार बोर्ड से इंटर करने के इच्छुक छात्रों को किसी भी +2 स्कूल या कॉलेज में 11th में एडमिशन लेने पड़ता था। 11th में एक साल पढ़ने के बाद छात्र 12th में प्रोमोट हो जाते थे। 12th में एक साल पढ़ने के बाद, उनकी वार्षिक इंटरमीडिएट परीक्षा होती थी।
पहले छात्र अपनी पसंद के अनुसार +2 स्कूल या कॉलेज में से कोई एक चुनते थे। परंतु नए आदेश के अनुसार अब कॉलेजों में इंटर की पढ़ाई नही होगी। कॉलेजों में सिर्फ स्नातक (B.A, B.Sc, B.Com) या उससे ऊपर की पढ़ाई होगी। इंटरमीडिएट करने के लिए छात्रों को +2 स्कूल अर्थात उच्च माध्यमिक स्कूलों में ही नामांकन कराना होगा।
क्या होता है उच्च माध्यमिक स्कूल (+2 स्कूल)?
उच्च माध्यमिक स्कूल या +2 स्कूल ऐसे स्कूलों को कहा जाता है, जहाँ इंटरमीडिएट तक कि पढ़ाई होती है। वर्तमान में बिहार में जितने भी उच्च माध्यमिक स्कूल हैं, असल में ये सब पहले हाई स्कूल थे। जहां केवल 9th से 10th क्लास तक की पढ़ाई होती थी।
लेकिन अब इन्हें अपग्रेड कर दिया है। अब इन स्कूलों को हाई स्कूल नहीं बल्कि +2 स्कूल या उच्च माध्यमिक विद्यालय कहा जाता है। जहाँ इंटरमीडिएट स्तर तक की पढ़ाई की सुविधा उपलब्ध है।
हर पंचायत में एक उच्च माध्यमिक विद्यालय (+2 स्कूल)
वर्तमान में बिहार के लगभग सभी पंचायतों में कम से कम एक उच्च माध्यमिक विद्यालय अवश्य हैं। जहाँ इंटरमीडिएट अर्थात 11th, 12th का पठन पाठन शुरू कर दिया गया है। शिक्षा विभाग ने सुनियोजित ढंग से बिहार के हर पंचायत में इंटर तक कि पढ़ाई की सुविधा उपलब्ध करा दिया है। ताकि छात्र-छात्राओं को इंटर तक की पढ़ाई के लिए कहीं दूर न जाना पड़े।
उच्च माध्यमिक विद्यालयों में 67,961 शिक्षक हुए बहाल
भले ही ये उच्च माध्यमिक विद्यालय कई वर्षों चल रहे हैं। पर यहाँ शिक्षकों का अभाव था। परंतु अभियान चला कर शिक्षक नियुक्ति की प्रक्रिया चलाई गई। और अब तक 67,961 उच्च माध्यमिक शिक्षकों की नियुक्ति भी इन विद्यालयों में हो चुकी है।
2006 में ही कॉलेजों से इंटर को हटाने की थी योजना
आपको बता दें कि वर्ष 2006 में ही कॉलेजों से इंटर की पढ़ाई को अलग किया जाना था। उस साल ही पटना यूनिवर्सिटी के सभी कॉलेजों में इंटर की पढ़ाई बंद कर दी गई थी। परंतु पटना यूनिवर्सिटी के अलावा अन्य किसी यूनिवर्सिटी से सम्बद्ध कॉलेजों में ऐसा न हो सका।
इसके पीछे कारण ये था कि उस समय स्कूलों में आधारभूत संरचना की कमी तो थी ही, +2 स्कूलों में पर्याप्त संख्या में शिक्षक भी उपलब्ध नहीं थे। अब चूंकि पर्याप्त संख्या में शिक्षक भी बहाल हो चुके हैं। साथ ही स्कूलों की आधारभूत संरचना में भी काफी सुधार हुआ है। इसलिए 2024 में ये फैसला लाया गया। और पूरे बिहार के हर कॉलेज में इंटर की पढ़ाई बंद कर दी गई। अब सिर्फ और सिर्फ उच्च माध्यमिक स्कूलों में ही इंटर की पढ़ाई होगी।
2025 में इंटर की परीक्षा देने वालों का क्या होगा?
इंटर सेशन 2023-25 के छात्र, जो 11th से 12th क्लास में जाने वाले हैं। अर्थात वैसे छात्र जो वर्ष 2025 में इंटर की वार्षिक परीक्षा देने वाले हैं। वो अपने स्कूल या कॉलेज में बने रहेंगे। इन छात्रों ने जहां एडमिशन करवाया है, उसी संस्थान से उनका इंटरमीडिएट का कोर्स पूरा होगा। अब चाहे उनका एडमिशन +2 स्कूल में हुआ हो या कॉलेज में हुआ हो।
नए सत्र (2024-26) के लिए अब सिर्फ उच्च माध्यमिक स्कूलों में ही एडमिशन होगा, कॉलेजों में नहीं। पुराने छात्र अपने पुराने स्कूल या कॉलेज से ही इंटरमीडिएट पूरा करेंगे।
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